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अभिव्यक्ति में लता मंगेशकर की
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संस्मरण में
पापा

 




लता मंगेशकर

28 सितंबर 1929 को जन्मी लता मंगेशकर भारत की स्वर साम्राज्ञी के नाम से जानी जाती हैं। गायक और अभिनेता पं दीनानाथ मंगेशकर की पुत्री लता की भारतीय शास्त्रीय संगीत की शिक्षा चार वर्ष की छोटी सी उम्र से ही प्रारंभ हो गयी थी। बड़े होने पर अमन अली खाँ और अमानत अली खाँ साहब से उन्होंने संगीत की शिक्षा प्राप्त की।

आपने तेरह वर्ष की उम्र में मराठी व हिन्दी चलचित्रों में अभिनय और गायन के क्षेत्र में व्यवसायिक रूप से पदार्पण किया और पार्श्व गायिका के रूप में 1959 तक हिन्दी फिल्म महल के गीत 'आयेगा आने वाला' की मधुर गायकी से विश्व में अपनी लोकप्रियता की पराकाष्ठा को प्राप्त कर लिया। उस दिन से आज तक लता की लोकप्रियता कभी कमी नहीं आयी।

गायन के अतिरिक्त उनके द्वार खींचे गये फोटोग्राफ और लेख अनेक पत्र पत्रिकाओं में छपते रहे हैं।

उन्हें अनेक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं जिनमें महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, दादा साहब फाल्के पुरस्कार, राजीव गांधी सदभावना पुरस्कार तथा अनेक फिल्म फेयर पुरस्कार और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार शामिल हैं।  

 
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