मुखपृष्ठ

पुरालेख-तिथि-अनुसार -पुरालेख-विषयानुसार -हिंदी-लिंक -हमारे-लेखक -लेखकों से


व्यक्तित्व

अभिव्यक्ति में सुबोध कुमार नंदन
की रचनाएँ

पर्यटन में

bullet

अजगैबीनाथ मंदिर और बैद्यनाथ यात्रा

bullet

अद्वितीय स्मारक - महाबोधि मंदिर

bullet

केसरिया के बौद्ध स्तूप की सैर

bullet

जैनियों का तीर्थस्थल श्री चम्पापुर

bullet

महातीर्थ गया

bullet

विक्रमशिला विश्व का दूसरा आवासीय विश्वविद्यालय
 

संस्कृति में

bullet

पूर्वजों के उद्धार के लिये प्रसिद्ध तीर्थ- गया
 

 

 

सुबोध कुमार नंदन


जन्म- ५ नवंबर, १९६१ को पटना (बिहार) में।
शिक्षा- एम.कॉम., पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म (पटना विश्वविद्यालय)।

कार्यक्षेत्र-
वरीय कॉपी राइटर, हिंदुस्तान (पटना व भागलपुर), लेखक और पत्रकार। पर्यटन पत्रकारिता और लेखन के क्षेत्र में वे विशेष रूप से जाने जाते हैं।

प्रकाशित कृतियाँ-
‘बिहार के पर्यटन स्थल और सांस्कृतिक धरोहर’, ‘बिहार के मेले’ तथा बिहार के ऐतिहासिक गुरुद्वारे। इसके अतिरिक्त १९८५ से देश-विदेश की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में पर्यटन, पुरातत्त्व, कला-संस्कृति, पर्व-त्योहार, मेला आदि विषयों पर शताधिक रचनाएँ प्रकाशित एवं आकाशवाणी व दूरदर्शन पटना से प्रसारित। भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ, डॉ. भूपेन हजारिका, पंडित किशन महाराज, डॉ. एन. राजम, पंडित शिव कुमार शर्मा, गजल सम्राट् पंकज उधास, डॉ. राजन-साजन मिश्र, डॉ. विश्वमोहन भट्ट, नलिनी-कमलिनी, पद्मश्री तीजन बाई, मकबूल फिदा हुसैन, पद्मश्री गिरजा देवी, पंडित जसराज, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया, प्रेरणा श्रीमली, वडाली बंधु आदि के साक्षात्कार प्रकाशित

पुरस्कार व सम्मान-
सुबोध कुमार नंदन को उनकी तीसरी पुस्तक 'बिहार के ऐतिहासिक गुरुद्वारे' को पर्यटन मंत्रालय की ओर से राहुल सांकृत्यायन पर्यटन पुरस्कार मि‍ला है। इससे पूर्व 'बि‍हार के पर्यटन स्‍थल और सांस्‍कृति‍क धरोहर' तथा 'बि‍हार के मेले' को भी पुरस्कृत किया जा चुका है। लगातार तीसरी बार पुरस्‍कार पाने वाले सुबोध नंदन देश के पहले व एकमात्र लेखक हैं।

संप्रति-
सीनियर चीफ कॉपी राइटर, प्रभात खबर, पटना।

संपर्क- nandanpress@gmail.com  

1

1
मुखपृष्ठ पुरालेख तिथि अनुसार । पुरालेख विषयानुसार । अपनी प्रतिक्रिया  लिखें / पढ़े
1
1

© सर्वाधिका सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक
सोमवार को परिवर्धित होती है।