मुखपृष्ठ

पुरालेख-तिथि-अनुसार -पुरालेख-विषयानुसार -हिंदी-लिंक -हमारे-लेखक -लेखकों से


52–साहित्य समाचार

जकार्ता में होली

ब पूरे भारत में रंगों की बहार हो तो भला, प्रवासी भारतीय क्यों न उसी प्रेम व प्रीत के रंग से सराबोर हो? उसी परम्परा को कायम रखते हुए जकार्ता में रहने वाले भारतीयों ने भी भरपूर उमंग और उत्साह से होली मनाई।

इंडिया क्लब के करीब सौ परिवारों ने मिल कर निकटवर्ती 'हिल–स्टेशन' पुंचक में रंगों की धूम मचाई।

सेंट्रल जकार्ता में, तमन रसूना अपार्टमेंट में रंगों की छटा बिखरी। पोनडोक इंडाह में रंग और गुलाल के साथ होली मिलन संपन्न हुआ और रंग भरा हौज़ बना निजी तरणताल। वाह रे होली . . .

सिंप्रोकिंडा में भी रंगों की वर्षा हुई। सभी भारतीय भी होली खेलने के लिए अपने–अपने घरों से निकल पड़े और होलिया में उड़े रे गुलाल . . .की संगीत लहरी में एक दूसरे पर रंग बरसाने लगे।

यहां के जाने माने भोजनायल 'इंडियन मंत्रा, घणेश एक संस्कृति और किनारा में है होली के अवसर पर विशेष आयोजन किए गए। यहां के समाचार पत्र में प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई और श्री लाल कृष्ण अडवानी जी के होली खेलते हुए प्रसन्नता से भरे चित्र को दिखाया गया था।

—सुषमा श्रीवास्तव

आगे—

 
1

1
मुखपृष्ठ पुरालेख तिथि अनुसार । पुरालेख विषयानुसार । अपनी प्रतिक्रिया  लिखें / पढ़े
1
1

© सर्वाधिका सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक
सोमवार को परिवर्धित होती है।