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कलम गही नहिं हाथ

 

दुबई तब और अब

दुबई आज विश्व के सबसे जगमग शहरों में से एक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जून १८३३ में जब इसकी स्थापना हुई थी तब यह एक साधारण मछली पकड़ने वालों का गाँव भर था। १९७० के दशक तक भी यह उस तरह के महानगर में बदलना शुरू नहीं हुआ था जिसे आज जाना जाता है। १८३३ में बनीयास जनजाति के लगभग ८०० सदस्य मिलकर दुबई में समुद्र के किनारे उस स्थान पर पहुँचे जिसे आज दुबई क्रीक कहा जाता है। १९३० के दशक तक इनकी संख्या लगभग २०,००० तक थी।

यह एक आश्चर्य ही है कि २०२० में दुबई की आबादी ३० लाख को पार कर गयी। ऐसा इसलिये हुआ क्योंकि दुबई ने एक व्यावसायिक महानगर के रूप में बदलना शुरू किया, जिसके कारण देश विदेश के लोग आकर यहाँ बसे और यह नगर विश्व के व्यस्ततम जगमग नगरों में से एक बन गया। आज इस शहर की लगभग ८५% आबादी लगभग २०० अलग-अलग देशों से आकर बसे लोगों की है, जिसमें केवल १५% स्थानीय इमाराती हैं। सबसे बड़ी प्रवासी आबादी भारत से है, इसके बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश शीर्ष पर हैं। दुनिया में ऐसा कोई भी शहर नहीं है जहाँ स्थानीय लोग १५% हों और विदेशी ८५%। आज पूरे इमारात की आबादी लगभग १० करोड़ है।

दुबई को मैंने पिछले २७ सालों में तेजी से बदलते देखा है। सच कहूँ तो दुनिया में इतना तेज बदलाव कहीं नहीं देखा। आज अगर हम शेख जायद रोड के नीचे छह लेन पर एक दूसरे से सटी हजारों कारों को तेजी से गुजरते देखते हैं तो यह विश्वास करना कठिन लगता है कि पचास साल पहले इमारात में पंजीकृत कारों की संख्या केवल १३ थी। आज, संयुक्त अरब इमारात में लगभग ३५ लाख से भी अधिक कारें पंजीकृत हैं।

२००९ में जब दुबई में मेट्रो शुरू हुई थी तो वह दिन एक उत्सव जैसा था। इमारात में टीवी के हर चैनल पर इसका आँखों देखा हाल प्रसारित हो रहा था। उस समय बिना ड्राइवर के चलने वाली दुबई मेट्रो दुनिया की सबसे लंबी स्वचालित रेल नेटवर्क थी। जल्दी ही ८९.६ किलोमीटर तक फैला, दुबई मेट्रो का नेटवर्क, शहर के अधिकांश दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए एक लोकप्रिय और सस्ता साधन बन गया। इसके बाद विश्व में कुछ और इस प्रकार के मेट्रो बने जो इससे लंबे थे। आज यह लंबाई में विश्व में चौथे स्थान पर है।

संयुक्त अरब इमारात एक ऐसा देश है जिसने दूसरे देशों पर कब्जा किये बगैर अपने क्षेत्रफल को बढ़ा लिया है। भूमि सुधार और मानव निर्मित द्वीपों के निर्माण के कारण, अमीरात ४,११४ वर्ग किलोमीटर के आकार तक बढ़ गया है। दुबई में पाम जुमेरा नाम का एक ऐसा ही मानव निर्मित द्वीप है। इसे समुद्र में रेत डालकर बनाया गया है। दिलचस्प बात यह है कि इसे बनाने में १०५ लाख डंप ट्रक की कीमत की रेत लगी। यह द्वीप इतना बड़ा है कि इसे अंतरिक्ष से देखा जा सकता है। दुनिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित यह द्वीप, भव्य लक्ज़री विला, सफेद रेत के मौलिक निजी मैदानों और आरामदायक होटलों का घर है।

२०१९ में जारी आंकड़ों के अनुसार, दुबई में हर महिला पर लगभग २.३ पुरुष हैं। दुबई में पुरुषों की संख्या स्त्रियों से इसलिये इतनी ज्यादा है क्योंकि यहाँ बहुत से लोग विदेशों से आकर काम करते हैं जबकि उनके परिवार के महिला सदस्य़ उनके अपने देश में ही रहते हैं।

यूएई की संसद में हैप्पीनेस मिनिस्टर नाम का भी एक पद हैं। यह मंत्री, दुबई में निवासियों और संयुक्त अरब अमीरात को बनाने वाले अन्य छह अमीरात के बीच खुशी को बढ़ावा देने का उत्तरदायित्व सम्हालता हैं। महामहिम ओहद बिंत खलफान अल रूमी ने २०१६ में इसे पेश किए जाने के बाद से यह पद संभाला है और अभी तक उस पद पर बने हुए हैं। ऐसा माना जाता है कि यह मंत्री न केवल इमारात बल्कि पूरे विश्व में खुशी बाँटने के लिये काम करते हैं।

दुबई को विश्वकीर्तिमान बनाने की भी बड़ी रोचक लत है। उसे १३० से अधिक गिनीज वर्ड रेकार्ड बनाने का सम्मान प्राप्त है। इनमें दुबई मिरेकल गार्डन के लिए तीन और दुनिया की सबसे ऊँची इमारत बुर्ज खलीफा के लिए कम से कम ११ कीर्तिमान शामिल हैं। अजीब और अद्भुत कारनामों के लिये अन्य कीर्तिमानों में सबसे तेज पुलिस कार, एक साथ एक गुब्बारे से पैराशूट करने वाले सबसे अधिक लोग और सबसे लंबे समय तक पानी के नीचे लाइव रेडियो प्रसारण प्रमुख हैं। पुलिस कार की बात चली है तो यह जानना रोमांचक रहेगा कि दुबई पुलिस विश्व की श्रेष्ठतम कारों के लिये प्रसिद्ध है। दुबई पुलिस के बेड़े में कुछ विदेशी और असामान्य गश्ती कारें शामिल हैं। जिनमें दुनिया की सबसे तेज पुलिस कार - २५४-मील प्रति घंटे की बुगाटी वेरॉन, मर्सिडीज एएमजी जीटी ६३ एस, गति-संशोधित लेम्बोर्गिनी एवेंटाडोर, एस्टन मार्टिन वन -७७, बेंटले कॉन्टिनेंटल जीटी, फेरारी एफएफ और मर्सिडीज-बेंज ब्रेबस जी-वैगन है।

१९९१ में, दुबई में एक गगनचुंबी इमारत थी- दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ३० साल पहले दुबई में एकमात्र गगनचुंबी इमारत थी। तीन दशक बाद, शहर भर में २१५ गगनचुंबी इमारतें हैं। यहाँ याद रखने वाली बात यह है कि गगनचुंबी इमारत उन्हें कहा जाता है जो बहुमंजिली हों और जिनकी ऊँचाई कम से कम १०० मीटर हो।

नवंबर २०२१ तक, दुबई में एक लीटर ईंधन की कीमत स्पेशल ९५ के लिए लगभग ३५ रुपये और सुपर ९८ के लिए लगभग ६० रुपये थी जब कि पानी की कीमत १.५-लीटर पानी की बोतल (याद रखें, आप दुबई में नल का पानी नहीं पी सकते) मोटे तौर पर ३५ से ४२ रुपये थी। आज पेट्रोल की कीमत बढ़कर ई प्लस ९१ के लिये ७३ रुपये, स्पेशल ९५ के लिए लगभग ७५ रुपये और सुपर ९८ के लिए लगभग ७७ रुपये है। जबकि १.२ लीटर पानी का मूल्य २३ से २५ रुपये है। यहाँ यह जानना भी मजेदार है कि अन्य चीजों की तरह इमारात में पानी भी महँगे से महँगा खरीदा जा सकता है।

दुबई के होटलों की बात न हो तो बात अधूरी ही रहेगी। विश्व के पहले सात सितारा होटल के रूप में जाना गया, पाल के आकार का बुर्ज अल अरब नामक होटल अपने निजी द्वीप पर स्थित है, जिस तक एक निजी पुल के माध्यम से पहुँचा जा सकता है। इसकी विशेषताओं में सबसे विशिष्ट है सोने की परत। २४-कैरेट सोने की यह परत बुर्ज अल अरब के अंदरूनी हिस्से में लगभग १,७९० वर्ग मीटर तक फैली हुई है। दुनिया के सबसे ऊँचे चार और पाँच सितारा होटल दोनों दुबई में हैं। गेवोरा ३५६ मीटर में दुनिया का सबसे ऊंचा चार सितारा होटल है जबकि जेडब्ल्यू मैरियट मार्क्विस ३५५ मीटर पर दुनिया का सबसे ऊंचा पांच सितारा होटल है।

लोग सोचते हैं कि इमारात एक गर्म देश है और न जाने इसका तापमान कितना होता होगा। लेकिन दुबई में अब तक का सबसे गर्म तापमान जुलाई २००२ में दर्ज किया गया था। जुलाई २००२ में विशेष रूप से गर्म गर्मी के दौरान, दुबई में तापमान ५२.१ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यहाँ तुलना करें तो भारत में अलवर में १० मई १९५६ को सबसे अधिक तापमान ५०.६ डिग्री रेकार्ड किया गया था। इमारात में मई-जून के महीने गर्म नहीं होते। जुलाई अगस्त के महीनों में गर्मी अपनी पराकाष्ठा पर होती है। भारत में जितनी ज्यादा बारिश होती है इमारात में उतनी ही उमस बढ़ती है।

हम सबने रुपये और खाने पीने की चीजें बाँटने वाले एटीएम देखे हैं। लेकिन दुबई में ऐसे एटीएम हैं जिनमें पैसे डालकर सोने के बिस्कुट निकाले जा सकते हैं। इन्हें 'दुबई मॉल' और 'अटलांटिस, द पाम' सहित कुछ गिने चुने स्थानों पर देखा जा सकता है। दुनिया का लगभग ४० प्रतिशत सोना दुबई से आता है, इस दृष्टि से दुबई सोने चाँदी जैसी कीमती धातुओं और आभूषणों की खरीदारी के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।

कुछ और रोचक तथ्य इस प्रकार हैं- इमारात में ऊंटों की दौड़ एक पारंपरिक खेल है जिसमें जॉकी के स्थान पर रोबोट बैठता है। दुबई कभी दुनिया के २४% क्रेनों का घर हुआ करता था। २००६ में संपत्ति में उछाल की ऊँचाई पर, दुनिया के १२५,००० निर्माण क्रेनों में से ३०,००० दुबई में थे। दुबई के बारे में सबसे आश्चर्यजनक तथ्यों में से एक यह है कि इसकी गगनचुंबी इमारतों का लगभग २९% हिस्सा निर्जन है। और पूरे इमारात में कोई नदी नहीं है। फिर भी इसके नगरों में नदी और उसके तट पर बने पिकनिक स्थलों पर नौकाविहर और चहलपहल देखते ही बनती है। ऐसा इसलिये है कि उन्होंने समुद्र के पानी को शहर में लाकर नदी का ऐसा आकार दिया है कि वे सचमुच की नदियाँ मालूम होती हैं।

पूर्णिमा वर्मन
१ मई २०२२


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