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हमारी
सोच व चाह को हमारे प्रभु ने असीमित रखा है परन्तु उन सब
को पा पाने के लिए बहुत ही सीमित क्षमता दी है।
अब जिस
चाह को हासिल करना जितना कठिन लगता उस के लिए हम प्रभु से
माँगने के लिए कोई अलग तरह की प्रणाली खोज लेते हैं। यहाँ
ऑस्ट्रेलिया में कहीं कहीं पर कुआँ बना देते हैं जिसे
विशिंग वैल कहते हैं।
मान्यता
है कि अपनी इच्छा को मन में बोलते हुए आप इसमें सिक्का
डालेंगे तो वो इच्छा प्रभु जरूर पूरी करते हैं। ऐसा ही एक
विशिंग वैल मुझे क्युन्स पार्क मुनिपाँड में दिखा था।
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रतन
मूलचंदानी
१ नवंबर २०२५ |