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कहानियाँ

समकालीन हिंदी कहानियों के स्तंभ में इस सप्ताह प्रस्तुत है
भारत से सूरज प्रकाश की कहानी— सड़ी मछली


नींद नहीं आ रही। ११:४५ हो रहे हैं। स्लीपिंग पिल्स लिये हुए भी दो घंटे हो गए। ये रोज़ का अफसाना हो गया है। गोली खा कर भी नींद का न आना। शायद इसी को रिटायरमेंट ब्लू कहते हैं। डॉक्टर बता रहा था – अब आपको उतनी शारीरिक और मानसिक थकान नहीं होती जितनी पहले नौकरी के दौरान होती थी, कामकाज से जुड़ी उतनी चिंताएँ भी नहीं रही हैं। एकाध बरस लग जाता है चालीस बरस से बने रूटीन के बजाए अचानक दूसरा रूटीन अपनाने में।

अब यही रूटीन का बदलना या किसी भी रूटीन का न होना मुझे खासा परेशान कर रहा है पिछले कई महीनों से। आदमी आखिर कितनी फिल्में देखे, कितनी किताबें पढ़े और कितना संगीत सुने। २४ घंटे बहुत होते हैं किसी भी खाली आदमी के लिए। वह भी बरसों बरस चलने वाला सिलसिला। एक ही तरीका था रिटायरमेंट के बाद भी खुद को बिजी रखने का कि नये सिरे से कोई और जॉब तलाश कर लिया जाए। लेकिन वह मैं करने से रहा। जिंदगी भर बहुत खट लिये। अब और गुलामी नहीं करनी किसी की। वैसे भी घोड़े से उतर कर गधे पर बैठना अपने बस का नहीं। बहुत कर ली अफसरी।

अब ऐसे में एक ही तरीका बचता है कि फिर से फेसबुक खोल लिया जाए। अभी आधा घंटा पहले ही तो बंद किया था। शायद अभी भी कोई निशाचर या निशाचरी अनिद्रा रोग से पीड़ित मेरी तरह फेसबुक पर अपनी दुकान सजाए बैठा हो या बैठी हो।
उठता हूँ और लैपटॉप खोलता हूँ।
फेसबुक खोला ही है कि खट से एक चैटविंडो खुली
- हाय हैंडसम!!
मैं हँसा। लो जी हो गया नींद उड़ाने का पूरा इंतज़ाम। मैसेज भेजने वाले का नाम देखता हूँ – प्रीति सिंह। प्रोफाइल खोल कर देखता हूँ। हापुड़। उम्र २४ बरस। रुचियाँ – फ्रेंडशिप विद मेन एंड वीमेन। साथ में जो फोटो लगी हुई है, तय है किसी हिरोइन की है।

तो २४ बरस की इस मोहतरमा को हम ही हैंडसम नज़र आये साठ बरस की उम्र में। वो भी फेसबुक पर चैट शुरू करते ही। चलो, आज इसी की संगत में कुछ वक्त बिताया जाए। बाद में शायद नींद भी आ जाए। देखना यही है कि किसका मोहभंग पहले होता है। हमारा या मिस प्रीति सिंह का।
जवाब देता हूँ - हाय।
उसका जवाब आता है – थैंक्स फॉर फ्रेंडशिप।
अरे, मुझे तो याद भी नहीं, इसे फ्रेंडशिप लिस्ट में कब शामिल किया था।
- स्वागत
- आप कैसे हैं?
- मैं ठीक हूँ, आप?
- मैं भी। अच्छा, आपको क्या पसंद है?
- मेरी पसंदगी की सारी जानकारी मेरे प्रोफाइल पर है लेकिन आपका प्रोफाइल तो साइलेंट मोड पर है।
- जी, बस इतना ही। आप कहाँ रहते हैं?
ये फेसबुक यूज़र भी, सब कुछ करेंगे फेसबुक पर लेकिन जिससे बात कर रहे हैं, उसका प्रोफाइल खोल कर नहीं देखेंगे और सारी बातें एक-एक करके खोद-खोद कर पूछेंगे।
बताता हूँ - मुंबई में और आप तो हापुड़ में हैं ना? क्या करती हैं?
- आप क्या करते हैं?
- आपसे मैंने पहले पूछा आप क्या करती हैं?
- मैं जॉब करती हूँ। एनटीपीसी में इंजीनियर हूँ।
- वाह
- अब आप बताइये, आप क्या करते हैं। आपकी उम्र क्या है?
लीजिये हो गए ऐसे पर्सनल सवाल शुरू जिनके या तो जवाब नहीं दिये जा सकते या जिनके जवाब पहले से ही फेसबुक पर प्रोफाइल में दिये हुए हैं। तय है फुर्सत में है और लम्बी पारी खेलने के मूड में है।

- मैं कुछ नहीं करता।
- ऐसा क्यों?
- क्यों कि मेरे पास बहुत पैसा है। उसी से एन्जाय करता हूँ।
- लेकिन मुझे पैसे नहीं प्यार चाहिये, क्या मिलेगा?
तो ये बात है। खुल्ला खेल फर्रूखाबादी। यानी सब कुछ पहली ही चैट में चाहती हैं मैडम प्रीति सिंह या वे जो भी हों। पहले ही दिन नाइट शो विद आउट टिकट। घर बैठे इंटरनेट की कीमत पर मज़ा। मैं उनकी फ्रेंडलिस्ट देखता हूँ। मेरे जैसे सब सीनियर सिटीजंस का गुलदस्ता है वहाँ पर। चालीस के करीब तो होंगे ही। कम से कम बीस म्यु्चुअल फ्रेंड। एक भी महिला नहीं। इसका मतलब जो भी शख्स है इस नाम के पीछे, नवाबी शौक रखता है। जानता है देर रात कोई न कोई खडूस मिलेगा ही। भरे पड़े हैं ऐसे दिलफेंक आशिक आजकल फेसबुक पर जो किसी शरीफ लड़की की फोटो लगा कर लड़की के नाम की आड़ में फेसबुक जैसे बेहतरीन सोशल मीडिया पर गंदगी फैलाये हुए हैं। लम्बे अरसे तक मीठी मीठी बातें करते रहेंगे कि सामने वाले को शक ही न हो कि किसी पढ़ी लिखी लेडी से बात कर रहे हैं या हास्टल में रह रहे हरामी लड़कों की जमात से। बहुत कम ऐसे होते हैं कि अपनी असली पहचान बताते हैं। बस, आपको ही अपनी निगाह खुली रखनी होती है।
अब ये तो तय हो ही गया है कि इन महाशय को ब्लाक और अन्फ्रेंड दोनों ही किया जाएगा लेकिन जरा ठोक बजा कर देख लिया जाए कि आखिर इतनी दिलफेंक हस्ती कौन है। इसके लिए तो मन मार कर उनके स्‍तर पर उतर कर उन्हीं की भाषा में रसभरी बातें करनी होंगी। वही सही। देखें, कितनी देर में अपने असली पत्ते दिखाते हैं। तब इनकी पोल खोल कर बाकी मित्रों को सजग करने में आसानी रहेगी। मैं बात आगे बढ़ाता हूँ।
पूछता हूँ – मेरी उम्र का अंदाजा लगायें।
- पहले आप बतायें, कैसे एँजाय करते हैं?
- आप बतायें, आपको पहली ही चैट में प्यार की क्या सूझी?
- पहले आप बताइये कि कैसे एन्जाय करते हैं?
- आप ही बताइये कैसे करना चाहिये।
- पता नहीं, आप ही बताइये।
- ओके, आप अपनी लाइफ कैसे एन्जाय करती हैं?
- जहाँ तक प्यार का सवाल है, बात पहले दिन की नहीं, आजकल प्यार करने वाले मिलते कहाँ हैं।
- अरे आसपास देखिये तो सही, बिखरा पड़ा है प्यार ही प्यार बेशुमार।
- हमें तो कहीं न मिला।
- आपका राँग नम्बर ज्यादा लगता होगा।
- मैं किसी को फोन नहीं करती हूँ।
- क्यों नहीं करती फोन?
- फोन नहीं है, एक ही मोबाइल है जो मम्मी के पास रहता है ज्यादातर।
इसका मतलब मैं सही दिशा में सोच रहा हूँ। इंजीनियर बता रही हैं खुद को और मोबाइल मम्मी के पास रहता है। फोन पर बात न करने का सबसे आसान बहाना कि मोबाइल है ही नहीं। अब तक इतना तो जान ही गया हूँ कि फेसबुक पर लड़कियों की नकाब लगाये ये धूर्त यही बताते हैं कि मोबाइल बॉय फ्रेंड के पास है। यानी अगर आपको नम्बर चाहिये तो बात बेशक उन्हीं से करेंगे, जतलाया यही जाएगा कि उनके बाय फ्रेंड से बात कर रहे हैं। पचका आप ही का होगा। वह आगे बात बढ़ाती है।
- ऐसा नहीं है। आप बताइये ना, कैसे एन्जाय करते हैं!
- मतलब?
- कैसे करते हैं एन्जाय?
- हमममम संगीत, फिल्में, घूमना, ड्राइविंग, पढ़ना लिखना, दोस्ती, यही सब।
- और?
- मस्ती, ड्रिंक्स। अच्छा ये बताओ कि चैट पर ये फोटो किसकी है?
- आपको कैसी लगी?

- क्यूट तो है लेकिन आपकी नहीं है।
- ये मेरी ही है।
- ओके मान लिया। अच्छी तस्वीर शेयर करने के लिए थैंक्स। आप चैट कैसे कर रही हैं?
- लैपटाप से
..
..
नेट कनेक्शन कट गया है। अब तो सोना ही पड़ेगा। मिस प्रीति से जितनी बात हो पायी है, लगता तो यही है कि फेसबुक पर अक्सर मुलाकात हुआ करेगी।
**
- हाय, कैसे हैं?
- मैं ठीक, आप?
- मैं भी, एक बात बताइये, क्या आपको इरॉटिक चैट पसंद है?

अब आये जनाब लाइन पर। अपने पत्ते खोल रहे हैं धीरे-धीरे। दूसरी ही चैट में। चलो इनका धैर्य भी देख लिया जाए कि कितनी देर में अपने कपड़े उतारते हैं या उतारने के लिए हमसे कहते हैं।
- तीन शर्तों पर। मैंने भी अपने पत्ते सँभाले।
- कौन कौन सी?
- अपनी दो लेटेस्ट तस्वीरें शेयर करनी होंगी।
- और?
- अपना ईमेल आइडी देना होगा।
- और?
- वेबकैम से या फोन से या जीटॉक से हैलो कहना होगा। बोलो मंजूर मेरी शर्तें?
- मेरा ईमेल आइडी है- preeti.singh38@yahoo.in
- एक शर्त पूरी हुई। बाकी दो?
- दूसरी और तीसरी हममममम
- फोटो और फोन या वेबकैम से बात।
- हमममम
- अच्छा तुम्हारी उम्र क्या है?
- २४ बरस
- परिवार में कौन कौन हैं?
- मम्मी और पापा हैं बस।
- फोटो तो भेजनी ही पड़ेगी डीयर प्रीति।
- भेजूँगी, पर....
- पर क्या ?
- पहले अपने बारे में भी कुछ और बताओ ना।
लगता है, ये बदमाश आसानी से अपने पत्ते नहीं खोलेगा। मुझसे भी उतने ही झूठ बुलवायेगा। हँसता हूँ मैं, इस लाइन में घिसी हुई रकम लगता है। खेला खाया। लगता है रोज़ रात एकाध बूढ़ा फाँस ही लेता होगा।
- मैं एक बूढ़ा आदमी हूँ।
- और?
- मैं एक फ्री बर्ड हूँ। उसे लाइन पर लाने के लिए अब इस उम्र में ये सब भी करना पड़ेगा।
- और?
- मैं खूब चैट करता हूँ।
- और?
- मैं भरपूर जिंदगी जीता हूँ और अपने जीवन को प्यार करता हूँ।
- और?
- दोस्तों की कद्र करता हूँ। मैं धीरे धीरे उसे विश्वास में ले रहा हूँ।
- और? उसकी उत्सुकता बढ़ती जा रही है।
- आय एम गुड एट... मैंने उसकी उत्सु़कता का मीटर तेज कर दिया है।
- गुड एट ... ?
- गुड एट क्या? वह बेचैन हो रही है। मैं मजे ले रहा हूँ।
- एवरीथिंग।
- वॉव... ग्रेट... यू आर सच ए लविंग परसन।
- पता है मैं तुमसे उम्र में ढाई गुना बड़ा हूँ। मैं उसे विश्वास में लेने के लिए आप से तुम पर आ गया हूँ। उसे जरा सा भी शक नहीं होना चाहिये कि मैं उसे ट्रैप कर रहा हूँ।
- कोई बात नहीं। वह बेपरवाह लग रहा है। मुझे ये उम्र बेहद पसंद है।
- ये उम्र क्यों ?
- इस उम्र के पास बहुत अनुभव होता है।
- किस बात का अनुभव? वह धीरे धीरे अपने मकसद की बात पर आ रहा है।
- हर फील्ड में।
- जैसे? साफ साफ बताओ।
- लव, फ्रेंडशिप वगैरह।
- ओके और.. ?
- वो आप बताइये ना!!! उसने स्माइली अटेच किया।
- तुम्हारी फ्रेंड लिस्ट में इतने सारे सीनियर्स हैं, फिर मुझसे दोस्ती की जरूरत क्यों पड़ी? मैंने उसकी दुखती रग पर हाथ रख दिया  है।
- हाँ है ना, लेकिन कोई मुझसे ज्यादा बात नहीं करता, कहते हैं कि मैं बच्ची हूँ।
- लेकिन आप तो मैच्योर हैं। और चैट भी खूब कर लेती हैं। मैंने उसे विश्वास में लिया।
- और? वह शरारत पर उतर आया है। कहलवाना चाहता है मुझसे।
- क्यूट भी।
- थैंक्स। स्माइली। इस बार तीन।
- सब लोग तुम्हारी उम्र देख कर कहते होंगे। मैंने उसका विश्वास पुख्ता किया।
- हो सकता है। मैं दूसरों के बारे में कैसे कह सकती हूँ।
- तुम्हारे लैपटाप में वेबकैम है? मैंने फिर घेरना चाहा।
- है लेकिन उसका डिस्प्लेटाक खराब है। जानता था यही जवाब आयेगा।
- कोई बाय फ्रेंड नहीं है तुम्हा्रा? फॉर रीयल फन? मैंने फिर घेरना चाहा।
- नहीं जी।
- और तुम एक अनजान बूढ़े आदमी के साथ इराटिक चैट करना चाहती हो?
- मज़ा आता है। और फिर आपकी पिक्चर है ना सामने। इस बार दिल की शक्ल का स्माइली।
- मेरी पिक्चर में ऐसा क्या है प्रीति?
- यू आर हैंडसम।
- कभी किया है रीयल में? उसे और विश्वास में लेने के लिए यही सवाल बचते हैं।
- नहीं।
- कभी ब्लू फिल्म? देखी है?
- हाँ
- कैसी लगती है?
- अच्छी।
- और आपने? लगता है वह मान के चल रही है कि मैं इराटिक बातें करने ही लगा हूँ।
- जब तुम सहेलियों से इराटिक बातें करती हो तो उनके क्या अनुभव होते हैं?
- ज्यादा बात नहीं करती लेकिन वो जो बताती हैं, मज़ा आता है।
- आफिस में कभी किसी ने प्रोपोज नहीं किया?
- बॉस ने एक बार किस किया था।
- फिर?
- मैंने जोर से डाँट दिया था। फिर उसकी हिम्मत नहीं हुई।
- बेचारा, उसका प्रोपोजल मान लेती तो कितनी सुखी होती आज।
- शायद, लेकिन तब हिम्मत नहीं हुई थी।
- तब तुम्हें क्या पसंद है? एक और निजी सवाल पूछता हूँ।
- आइ लव ब्यूटीफुल थिंग्स।
- इराटिक चैट किसी और से की कभी?
- कोई करता ही नहीं। वह जैसे रुआँसा हो आया।
- न्यूड फोटो एक्स चेंज किये?
- नहीं, आप करेंगे? उसे लगा मैं अब आया उसके जाल में।
- शुरुआत तुम्हें करनी होगी। मैंने बैरियर लगाया।
- अभी तो है नहीं, बाद में भेज दूँगी। पहले आप भेजो ना अपनी।
- अब ये बूढ़ा आदमी अपना क्या तो दिखायेगा? मैंने तरेरा।
- कुछ भी भेजो ना, फुल बॉडी कपड़े वाली भी चलेगी।
- मेरे प्रोफाइल में बीसियों हैं।

- कोई सैक्सी बात करो ना। अब अपनी असलियत दिखा रहा है।
- पहले प्रीति की फोटो
- क्यों? क्या विश्वास नहीं है जी? पहले मैं फोटो कैसे भेजूँ? आप भेजो अपनी पहले। आपको नजदीक से देखना है।
मैं उसे विश्वास में लेने के लिए अपनी दो चार फोटो भेज देता हूँ ताकि वह कहीं तो पत्ते खोले अपने।
- अब आपकी बारी।
- मैं सबकुछ दिखा दूँगी। लेकिन आप अपने .. के बारे में।
- पहले आपकी फोटो।
- ये तो कोई बात नहीं है। मेरी एक ही पिक्चर है जो प्रोफाइल में है। अभी और हैं नहीं।
- वह देखी। और देखनी हैं।
- लेकिन आप कुछ तो बताइये ना। मैं बाद में भेज दूँगी।
- पूछो।
- आप अपने आप बताओ ना जी।
- पहले फोटो या फोन।
- मैंने बताया ना, अभी और नहीं है पिक्चर।
- ओके दैन।
- दैन क्या?
- बाय।
- बाय क्यों?
- बात कैसे करूँ?
- फोटो है ना आपके सामने देखो उसे।
- वो देख ली।
- क्या आप बात नहीं करना चाहते?
- कहा ना, फोटो और चैट एक साथ।
- तो मैं जाऊँ क्या?
- मर्जी आपकी।
- आपकी मर्जी है जी, मैं जबरदस्ती तो नहीं कर सकती, अभी तो पिक्चर नहीं है जी।
- ऐसा नहीं है कि आपके पास अपनी तस्वीर न हो, कोई भी हो भेजो, लेकिन पिक्चर पहले।
- आपकी मर्जी है जी, बाय।
- बाय।
- बट अफसोस रहेगा।
- वेलकम एनी टाइम।
- थैंक्स एंड फारएवर, एकदम से पिक्चर कैसे भेजूँ, मिस यूज हो गया तो.. ?
- जब आप पहली ही बार एक अनजान बूढ़े आदमी को हैंडसम बोल सकती हैं तो भरोसा भी तो रखो। मैं चीट नहीं हूँ।
- हैंडसम तो आप हैं ही, इसमें बोलना क्या लेकिन पिक्चर एकदम से नहीं ..सॉरी।
- इंतजार करूँगा।
- सिर्फ चैट अगर आपको पसंद हो। ओके?
- अभी बोली कि सब भेजूँगी।
- अब सॉरी।
- पहले फोटो फिर चैट।
- क्या कोई समझौता नहीं हो सकता?
- मुझे पता तो चले कि प्रीति सिंह है कौन?
- अगर आप बात आगे बढ़ाते तो मैं भेजती आपके आइडी पर।
- ओके थैंक्स फॉर फ्रेंडशिप।
- ओके।
- ये रहा मेरा ईमेल आइडी।
- ठीक है।
- अभी भेज रही हो या बाद में भेजने वाली हो?
- बाद में। कल दिन में। लेकिन बात तो आगे बढ़ाओ ना।
- ओके क्या बात करूँ। कल दिन में फोटो कहाँ से आ जाएगी? एक अभी भेजो।
- अपने बारे में बताओ, मेरे बारे में पूछो।
- पहले फोटो।
- अभी नहीं है जी बताया ना आपको कल खींचूँगी ना। मेरे शरीर के बारे में पूछो ना।

वह अपने शरीर के बारे में कुछ आँकड़े बोले जा रही है जिसे सुनने में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं क्योंकि मैं अब तक जान चुका हूँ कि दूसरी तरफ कोई प्रीति नहीं, कोई मुस्टंडा बैठा है जो मेरा वक्त बरबाद कर रहा है। मैं सिर्फ इसलिए सब्र किये बैठा हूँ कि बेशक चार दिन लग जायें, इसे बेनकाब करना ही है। फेसबुक पर गंद मचा रखा है इन हरामियों ने।
मैं उसका मन रखने के लिए हे हे कहता हूँ – और?
- क्या हुआ ...जी?
..
कुछ बोलिये ना..।
- नेट प्राब्लम
- वेट
- जी
..
..
**
- हाय
- हाय
- सॉरी, कल रात नेट चला गया था।
- ओके कोई बात नहीं, फिर वहीं से शुरू करें जहाँ कल रात छोड़ा था?
- बेशक। अपना वादा पूरा करो। फोटो भेजो। पहले फोटो फिर फन अनलिमिटेड।
- भेजूँगी। आज टाइम नहीं मिला। बाजार चली गयी थी।
- ओके एक काम करो।
- बताइये जी, आपके लिए तो जान भी हाजिर है।
- मोबाइल से हैलो कह दो। प्रीति होने का विश्वास दिला दो।
- हममम
- ओके, लैंडलाइन से ही सही। वो तो मम्मी के कब्जे में नहीं होगा। गली के सिरे पर पब्लिक बूथ होगा वहाँ से कर लो। बस तुम्हारी आवाज सुननी है।
- फिर वही जिद, अच्छे बच्चे जिद नहीं करते।
- ये अच्छा बच्चा जिद किये बिना मूड में नहीं आता।
- जी वो तो मैं कर लूँगी।
- प्रीति कुछ तो बताओ, फोटो, चेहरा, आवाज।
- यही तस्वीर देख कर काम चला लो। मूड बना लो आज।
- चेहरे को देखे बिना कोई वादा नहीं।
- हे हे, वैसे आपने अपनी बॉडी के बारे में कुछ नहीं बताया। आपका वो...?
- सारी बातें अपनी जगह, मेरी बात अपनी जगह।
- प्लीज जिद ना करो जी।
- मैं सीरियस हूँ। अपनी सो कॉल्ड प्रीत दिखाओ।
- बट आइ लव यू। ये बतायें कि आप क्या क्या लाइक करते हैं?
- पहले फोन या फोटो, फिर शेयर करेंगे। फोन चैट ही सही।
- यार छोड़िये, आप जिद नहीं छोड़ते, मेरी मजबूरी नहीं समझते।
- वेबचैट भी चलेगी।
- मुमकिन नहीं।
- देखो प्रीति, मुझे रोजाना दस लड़कियों की ओर से इस तरह के ऑफर आते हैं।
- आप इतना शक क्यों करते हैं?
- ये शक करना नहीं, तसल्ली करना है। मुझे तुम्हारे प्रीति होने का प्रूफ चाहिये, बस।
- प्रूफ तो जब आपसे मिलूँगी तब ही मिलेगा। स्वीट किस के साथ।
- मैं इस तरह की लंतरानियाँ सुनते सुनते थक चुका हूँ।
- नो
- नो तो मेरी भी नो। अब मुझे तंग मत करना। मैंने अगर इसे बेनकाब करने का फैसला न किया होता तो कब का अनफ्रेंड कर चुका होता।
- बता दो कि तुम ही प्रीति हो तो पूरे प्यार की गारंटी। मैंने जाल डाला।
- अगर चाहें तो ऐसे ही वरना आपकी मर्जी। मैं पिक्चर ईमेल से आपको भेज दूँगी। लेकिन यहाँ शेयर नहीं करूँगी।
- ओके, चेहरे वाली तस्वीर। मेरा ईमेल आइडी आपके पास है।
- हाँ, लेकिन अभी तो चैट करो ना।
- पहले फोटो।
- ओके।
- बोल्ड भी है क्या?
- हाँ है ना।
- हा हा हा।
- चेहरे के साथ।
- लेकिन अभी तो चैट करो जी।
- पहले फोटो जी।
- ओके बाय।
- फोटो के बिना कोई चैट नहीं। मैं इंतज़ार करूँगा।
- आपकी मर्जी है जी।
- मैं अपनी बात पर टिका हूँ। बेशक ईमेल करें नहीं तो जी प्रीत परायी।
- मैं परिवार के साथ रहती हूँ, जब मौका मिलेगा भेज दूँगी।
- अरे कमाल है, फोटो सेंड करते समय सबके सामने थोड़े ही खुलती है। परिवार के सामने सैक्स चैट कर सकती हो, फोटो नहीं भेज सकती?
- आपने अपने बारे तो कुछ बताया नहीं, मेरी तस्वीर माँग रहे हो।
- मेरे बारे में सब कुछ सामने है। १०० फोटो, फ्रेंडलिस्ट , पसंद, नापसंद, सब कुछ ट्रांसपेरेंट।
- कुछ सामने नहीं, जो छुपा के रखा है उसके बारे में बताओ।
- एक बात बताओ।
- बोलिये जी।
- मेरी बात समझ में नहीं आती क्या, आप अपना सही परिचय दे दें तो बात शुरू हो नहीं तो बात खत्म करें। क्यों मेरा और अपना वक्त बरबाद कर रही हैं।
- अभी इस समय आपकी कोई बात नहीं मानूँगी, सिर्फ बातें और वो भी सैक्सी बातें करो।
- नो नो एंड नो।
- टेक यूअर ओन टाइम एंड डिसाइड।
- आप ही जल्दी में हैं और हॉट भी।
- हा हा हा हा।
- इसका मतलब है कि आप बात नहीं करना चाहते या कुछ छुपा रहे हैं।
- छुपा तुम रही हो - अपनी पहचान। मेरी सारी फोटो तुमने देखी हैं, प्रोफाइल देखा है। मुझे कुछ नहीं छुपाना। तुम सामने आओ। फेस टू फेस। तब एन्जाय करने की सोचो।
- ऐसे कैसे सामने आ जाऊँ?
- मैंने बताया या मुझे विश्वास दिला दो कि तुम प्रीति हो वरना मेरा वक्त बरबाद मत करो।
- नो
- मुझे भी तो पता चले कि प्रीति से ही बात कर रहा हूँ। नहीं बताना तो भूल जाओ।
- नो
- कल बोली कि आज भेजेंगे। आज बोली कि दिन में। दिन में बोली कि शाम को।
- ओके बाय
- मीन्स नो फोटो?
- अभी नहीं भेज सकती और न ही हैलो कर सकती हूँ। आप मेरी मजबूरी नहीं जानते इसलिए। ओके आपकी मरजी, मैं तो आपका और अपना मन बहलाना चाहती थी।
- शुक्रिया इन शब्दों के लिए लेकिन बिना सही परिचय पाये मैं कोई बात नहीं करूँगा।
- बोला ना टाइम मिलते ही जरूर करूँगी।
- अभी क्या तकलीफ है?
- फैमिली प्राब्लम है, नहीं कर सकती।
- ओके।
- मुझे सही से एटेच करना नहीं आता। कल फ्रेंड से पूछूँगी तब कर दूँगी।

वाह क्या लचर बहाना मारा है कम्बख्त ने। इतना तो तय है कि खूब धैर्य है इसमें। लगा हुआ है कब से मेरे सामने दाना डालने में और मैं हाथ नहीं धरने दे रहा। देखता हूँ बच्चू कब तब बहाने बनायेगा। दो एक दिन और देखता हूँ। सामने नहीं आया तो अनफ्रेंड करके छुट्टी पा लूँगा।
अब वह खुद ही एकतरफा सेक्स चैट पर उतर आया है। कुछ का कुछ लिखे जा रहा है। वाहियात। छी:।
मैं ही बाय करने का संकेत देता हूँ। आखरी बात बताता हूँ – बिना परिचय कोई बात नहीं करूँगा।
- ओके आपकी मर्जी, मेरा तो मन था आज।
- मेरे मन की भी सोचो।
- गुड नाइट।
- कल की कल देखेंगे।
- अरे यार, मान भी जाओ ना, अभी नहीं।
- ओके गुड नाइट।
- मन है चैट का तो ...।
- अभी सैक्सी चैट का ही अगर आपका मन हो तो वरना बाय..।
- नो जी नो, बिना सच जाने मैं बात ही नहीं करने वाला।
- उसमें क्या तकलीफ?
- मैं पाँच मिनट का समय दे रहा हूँ। फिर लॉग ऑफ कर दूँगा।
- नो, मर्जी आपकी।
- बाय, टेक केयर।
- अच्छा एक काम करो।
- क्या?
- अपने उस .. की एक फोटो भेजो।
- फिर क्या‍ होगा?
- बदले में मैं भी भेजूँगी लेकिन आपके उसकी असली फोटो होनी चाहिये।
- सोचेंगे। पहले आपका परिचय।
????
....
- अभी नहीं, अभी नहीं।
- बाय गुड नाइट।
- अगर आप भेजते तो मजा आ जाता।
- मजे मुझे भी चाहिये।
- बाय।
- आप नहीं चाहते, चलो छोड़ो यार, अब मैं जबरदस्ती तो नहीं कर सकती।
- बाय।
- असली परिचय के बिना नो..।
- इतनी जल्दी फोटो नहीं भेजी जाती और न ही फोन किया जाता है जी।
- इतनी जल्दी अनजान आदमी को इन्वाइट भी नहीं किया जाता।
- मैं चैटिंग के लिए इन्वाइट कर रही हूँ।
- ओके एक बार फिर कह रहा हूँ अपने प्रीति होने का विश्वास दिला दो बस।
- कैसे, जो आप कहते हो वो हो नहीं सकता।
- मैं फिर कैसे विश्वास करूँ?
- विश्वास से ही सब चलता है।
- तो दिलाओ विश्वास तभी सब चलेगा।
??
..
**
- हाय
- यस प्रीति
- कैसे हैं आप?
- ठीक
- आप बिना तस्वीर के बात नहीं करना चाहते तो मैं क्या करूँ जी।
- ओके अपनी मर्जी से ही कोई प्रूफ दे दो कि तुम प्रीति सिंह हो।
- मेरे पास फिलहाल वही सुबूत है जो सामने है।
- ये कोई सुबूत नहीं। रोजाना मैं ऐसे १० लोगों को अनफ्रेंड करता हूँ।
- तो रहने दो जी।
- तो इसका मतलब तुम्हारे पास इस बात का कोई प्रूफ नहीं कि तुम प्रीति सिंह हो।
- जो है सामने है।
- क्या सामने है। फोटो किसी की भी लगायी जा सकती है। तुम्हारे प्रोफाइल पर कुछ भी तो नहीं।
- ये फोटो तो मेरी ही है जी।
- कैसे पता चले जी। मैं अपनी दस प्रोफाइल खोल लूँ और उसमें दस लड़कियों की तस्वीरें लगा दूँ तो ...?
- तो जाने दो ना जी, मैं आपसे जबरदस्ती नहीं कर रही जी, आपकी मर्जी जी।
- जाने दो जी। आप ही मुझे कब से तंग कर रही हो।
- ओके बाय।
- बाय।
- तुमने अपनी परिचय न दे पाने के पीछे दस मजबूरियाँ बतायीं, एक सच बता कर बात खत्म करो ना।
- आप ही बताओ कि क्या गारंटी कि ये फोटो आपका ही है?
- मत मानो। मुझे ऐसी कोई ज़रूरत नहीं पड़ी। आप ही मेरे पीछे पड़ी रहती हैं। जब भी फेसबुक खोलता हूँ तुम्हारा सैक्स चैट का तराना शुरू हो जाता है।
- खूबसूरत हो इसलिए नखरे दिखाते हो, किसी की मजबूरी नहीं समझते।
- नो कमेंट्स। अपनी बात करो।
- आप कुछ गरम दिखाओ तो बात बने..। ये नामुराद तो मेरे पीछे ही पड़ गया है। अब जल्दी ही कुछ करना पड़ेगा।
- अपना चेहरा दिखा नहीं सकती और ..।
- प्लीज प्लीज.. .. बाद में मैं दिखा दूँगी पक्का ।
- नो नो नो
- प्लीज पिक्चर जरूर दिखाऊँगी और फोन पर बात भी करूँगी। पहले आप..।
- नहीं, तो नहीं।
- आपको मेरी कसम, मैं जरूर दिखाऊँगी, अच्छा, कोशिश करूँगी कि अभी दिखा दूँ लेकिन पहले आप..।
- ओके वेटिंग।
..
..
..
..
- क्या हुआ जी?
- आपकी तस्वीर का इंतजार।
- पहले आप प्ली‍ज प्लीज
- नो प्लीज पक्का वादा कि आपके उसकी तस्वीर देखते ही मैं आपको अपना सब कुछ दिखाऊँगी।
- पहले।
- आप बड़े जिद्दी हो, दिखा दो ना प्लीज तब मैं भी...।
- नो
- मैं आपका वो सब देखने को बेकरार हूँ
- नो
- आप मेरी बेचैनी बढ़ा रहे हैं। अब और सहन नहीं हो रहा। प्लीज
- नहीं
- बाय
- बाय
- अच्छा, ओके मेरा नम्बर है ९५....
- मुझे नम्बर नहीं चाहिये। खुद फोन करके अपने प्रीति होने का सबूत दो।
- पहले कुछ दिखा तो दो प्लीज।
- नहीं
- आपको मेरी कसम, प्ली‍ज, कुछ हो रहा है मुझे प्लीज प्लीज ..।
- नहीं
- क्यों तड़पा रहे हो जी?
- विश्वास।
- नहीं
- प्लीज इतने से ही विश्वास करो प्ली ज।
- दिलाओ विश्वास।
- आपको मेरी कसम, प्लीज मैं सब दिखा दूँगी, जो कहोगे करूँगी लेकिन मुझे और मत तड़पाओ।
- नहीं।
- मैं कभी आपसे बात नहीं करूँगी, अगर आपने अभी मेरी बात नहीं मानी, मैं पाँच मिनट वेट करती हूँ नहीं तो कभी नहीं बात करूँगी।
- विश्वास जरूरी।
- पहले फोटो या फोन
- आप कुछ करो ना प्लीज
- पहले अपना असली परिचय
- दिया तो है
- असली
- क्या आपको मर्द पसंद हैं जो ... .. ?
- मतलब? समय बरबाद मत करो, मुद्दे की बात करो।
- मैं टाइम वेस्ट नहीं, आपको पूछ रही थी ..।
- देखो प्रीति या तुम जो भी हो.. बहुत हो गया तुम्हारा नाटक। मैं लॉग ऑफ कर रहा हूँ। सलीके से बात करो और ढंग से पेश आओ।
- मीन्स??
- जब तक तुम सच नहीं बताओगी, मै बात नहीं करूँगा। बहुत टाइम बरबाद कर चुका। लास्ट चांस।
..
- तुम्हें सब फन चाहिये और वो भी खुद परदे के पीछे रह कर। हिम्मत है तो सामने आओ।
- पहले आप..
- जिद नहीं..
- मैं आपको देख कर एक्साइट हो जाऊँगी तो सब दिखा दूँगी।
- नहीं।
- अच्छे बच्चे जिद नहीं करते। बात मान लेते हैं। कम ऑन।
- नो सच लैंग्वेज।
- बुरा लगा? सॉरी जी।
- मैं आपको अन्फ्रेंड कर रहा हूँ। अभी..।
- माय लव।
- नो लव विदआउट रीयल इंट्रो्..।
- कितना जानोगे जी?
- असलियत आपकी।
- इस तस्वीर पर भरोसा नहीं?
- नहीं
- आइ लाइक यू एंड लव यू..।
- रबिश।
- अगर मैं सच बताऊँ तो क्या आप मुझे प्यार करोगे?
- डिपेंड करता है, सच कितना सच है।
- आप मुझे अनर्फेंड तो नहीं करोगे?
- डिपेंड करता है?
- ... जी गॉड आपकी लाइफ में बहुत सारी खुशियाँ भरे।
- .. ओके।
- अब?
- कुछ नहीं। पहेलियाँ मत बुझाओ, मैं लॉग आफ कर रहा हूँ।
- कुछ तो है जो आप बताना नहीं चाहते?
- कुछ नहीं, बल्कि तुम ही कुछ बता रही थी?
- क्या?
- तुम कुछ शेयर करने वाली थी?
- शेयर नहीं, सच बताऊँ?..शेयर ।
- जी
- आप अनफ्रेंड तो नहीं करोगे?
- नहीं
- मैं ...
..
- मैं...
..
- प्रीति नहीं हूँ..
- पता है मुझे
- फिर..
- सच क्या है मुझे पता नहीं
- मैं मर्द हूँ। आप मुझे अच्छे लगते हैं प्लीज, मुझे अनफ्रेंड न करें।
- मुझे पहली ही चैट से पता था। असली नाम क्या है?
- प्रमोद
- ये सब क्यों किया?
- आप मुझे अच्छे लगे..। छी: घिन्न आ रही है मुझे। अब जब राज़ खुल ही गया है तो किसी तरह खुद पर जज्ब किये हुए हूँ।
- उम्र कितनी है?
- ४४+
- बताओ क्यों कर रहे थे ये सब?
- क्योंकि मेरी फेसबुक आइडी से कोई मुझे कोई मिल नहीं रहा था। मैं आपको बहुत चाहता हूँ। जो मेरी फ्रेंडलिस्ट में ...
- बहुत गंदा काम किया है तुमने
- सॉरी लेकिन मैंने सच बताया ना.. प्लीज मुझे माफ करना.. मैं सच में आपसे प्यार करता हूँ.. ।
- शट अप, मुझे मितली सी आने को हो रही है- मैं तुम्हारे बाप की उम्र का हूँ।
- जी लेकिन मुझे आपकी उम्र के लोग ही पसंद हैं। और सर एक बात बताऊँ?
- बको जल्दी। सामने होता तो इसका गला ही दबा देता।
..
- मैं इसका लती नहीं हूँ। शराब के नशे में एक बार गलत काम किया। फिर वो आदमी मर गया लेकिन मेरी आदतें बिगाड़ गया। काफी दिन से नहीं किया, आपको देखा तो ....
इस बदतमीज का कुछ करना पड़ेगा। अनफ्रेंड और ब्लाक करने के अलावा इसकी हरकतों के बारे में फेसबुक पर सबको बताऊँगा। हरामजादा। इसे एक्स पोज करने के चक्कर में ही इसे झेल रहा था। अच्छा खासा मूड खराब कर दिया।
- क्या नाराज़ हो गए?
- ..
- हैलो जी
..
**

अनफ्रेंड और ब्लाक करने के अलावा फेसबुक पर उसे एक्स‍पोज कर दिया है। कई मित्रों ने कहा है कि हाँ, इस तरह के लोग उन्हें भी परेशान करते रहते है। अच्छा किया। मेरी इस पोस्ट पर तरह तरह के कमेंट्स आ रहे हैं। ज्यादातर मेरे प्रयास की सराहना करते हुए। कई लोगों ने इस पोस्ट को शेयर किया है। कुछेक महिला मित्रों ने मुझे ही कटघरे में खड़ा कर दिया है कि हम बूढ़े लोग ही इसके लिए जिम्मेवार हैं जो लड़की का नाम देखते ही उससे फ्रेंडशिप के लिए छटपटाने लगते हैं। भुगतो अब।

मुझसे भी अधिक उम्र के एक फेसबुक फ्रेंड ने एक रहस्योद्घाटन करके पूरे मामले को ही एक नया मोड़ दे दिया है। बता रहे हैं वे कि कई दिन से ये आदमी उन्हें भी बहुत परेशान कर रहा था। वे तकनीकी विशेषज्ञ हैं। मेरी दी गयी जानकारी और साइबर समझ के बल पर पता करके उन्होंने सभी यूजर्स को बताया है कि यह शख्स हापुड़ नहीं, दिल्ली में रहता है। सीबीआई में काम करने वाली अपनी एक महिला मित्र की मदद से उन्होंने उसका मोबाइल नम्बर भी खोज निकाला है और फेसबुक पर डाल दिया है।
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फेसबुक से लॉग ऑफ करता हूँ। कहीं कोई और सड़ी मछली ..।

१६ सितंबर २०१३

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