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व्यक्तित्व

अभिव्यक्ति में गिरीश पंकज की रचनाएँ

कहानी

व्यंग्य

साहित्यिक निबंध

 

गिरीश पंकज

जन्म : १ जनवरी, १९५७।

शिक्षा : एम.ए. (हिंदी), बी. जे.(प्रावीण्य सूची में प्रथम), डिप्लोमा इन फोक आर्ट।

प्रकाशन : सात व्यंग्य संग्रह- ट्यूशन शरणम गच्छामि, भ्रष्टïचार विकास प्राधिकरण, ईमानदारों की तलाश, मंत्री को जुकाम, मेरी इक्यावन व्यंग्य रचनाएँ, नेता जी बाथरूम में और हिट होने के फार्मूले।

तीन व्यंग्य उपन्यासः मिठलबरा की आत्मकथा, माफिया (दोनों पुरस्कृत), एवं पॉलीवुड की अप्सरा। नवसाक्षरों के लिए बारह पुस्तकें, बच्चों के लिए चार पुस्तकें। एक ग़ज़ल संग्रह, एक हास्य चालीसा। चार व्यंग्य संग्रहों में रचनाएँ संकलित।

अनुवाद: कुछ रचनाओं का तमिल, उर्दू, कन्नड, अंग्रेज‍़ी, नेपाली, सिंधी, मराठी, पंजाबी, छत्तीसगढ़ी आदि में अनुवाद।

सम्मान-पुरस्कार : व्यंग्य का बहुचर्चित अट्टïहास युवा सम्मान। माफिया के लिए लीलारानी स्मृति सम्मान, एवं मिठलबरा की आत्मकथा के लिए रत्नभारती सम्मान। तीस से ज़्यादा संस्थाओं द्वारा सम्मान-पुरस्कार।

विदेश प्रवास: अमरीका, ब्रिटेन, त्रिनिडाड(वेस्टइंडीज) थाईलैंड, मारीशस, श्रीलंका, नेपाल, बहरीन, मस्कट, दुबई। अमरीका के लोकप्रिय रेडियो चैनल सलाम नमस्ते से सीधा काव्य प्रसारण। कार्यानुभव: तीस साल से पत्रकारिता एवं साहित्य में सक्रिय। अनेक पुरस्कारों से सम्मानित अनुवाद पत्रिका सद्भावना दर्पण का तेरह वर्षों से प्रकाशन-संपादन। रेडियो, टीवी, के लिए अनेक प्रहसन एवं वार्ताएँ। दो का राष्ट्रीय प्रसारण।

सम्प्रति : संपादक-प्रकाशक सद्भावना दर्पण, संपादक बालहित (मासिक)। सदस्य साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली एवं सदस्य हिंदी परामर्श मंडल। प्रांतीय अध्यक्ष-छत्तीसगढ़ राष्टभाषा प्रचार समिति, मंत्री प्रदेश सर्वोदय मंडल। कार्यकारिणी सदस्य-छत्तीसगढ़ बाल कल्याण परिषद समेत अनेक संस्थाओं से संबद्ध। व्यंग्य रचनाओं पर पाँच छात्रों द्वारा लघु शोधकार्य। गिरीश पंकज के समग्र व्यंग्य साहित्य पर कर्नाटक के शिक्षक श्री नागराज द्वारा पी-एच. डी उपाधि के लिए शोधकार्य। मलेरकोटला संगरूर (पंजाब) की शिक्षिका सुश्री दीपिका द्वारा उपन्यास गिरीश पंकज के उपन्यास पॉलीवुड की अप्सरा में व्यंग्य विषय पर एम. फिल उपाधि के लिए लघु शोध कार्य जारी। डॉ. सुधीर शर्मा द्वारा संपादित सहित्यिक पत्रिका साहित्य वैभव, रायपुर द्वारा पचास के गिरीश नामक बृहद विशेषांक प्रकाशित। पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर व्यंग्य एवं सामयिक मुद्दों पर लेखन।

संपर्क- girishpankaj1@gmail.com

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