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फुलवारी

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टेलिविजन

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हम सब शाम को टी वी देखते हैं। दादा जी कहते हैं टीवी का एक नाम दूरदर्शन भी है, और दादी जी कहती हैं कि टी वी का एक नाम टेलीविजन भी है। मैंने तो तीनों नाम याद कर लिये टी वी, दूरदर्शन और टेलीविजन।

जब मैं टी वी देखती हूँ तब छुटकू भालू मेरी गोदी में बैठकर इधर-उधर देखता रहता है। उसको टी वी में मजा नहीं आता। मैं रिमोट से कार्यक्रम बदलती रहती हूँ। अच्छा कार्यक्रम आए तो बदलना रोक देती हूँ।

क्या तुमने देखा? देखो, देखो, आज टी वी में मीतू है। मीतू टी वी में कविता सुना रही है। टी वी के बच्चों के कार्यक्रम में कोई भी अपनी कविता सुना सकता है।

- पूर्णिमा वर्मन

४ फरवरी २०१३  

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