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वे पुराने धारावाहिक
जिन्हें लोग आज तक नहीं भूले


२- बुनियाद
५ मई १९८६ से प्रसारित होने वाला धारावाहिक बुनियाद लाहौर से चलकर आने वाले एक उच्च-मध्यवर्गीय पंजाबी परिवार की चार पीढ़ियों की कहानी पर आधारित था, जिसे मनोहर श्याम जोशी ने लिखा था और निर्देशन था रमेश सिप्पी का। १९१६ से १९७८ के कालखंड में फैली, विभाजन की विभीषिका से जूझती, धैर्य और साहस से भरपूर, १०६ एपिसोड की इस लंबी कहानी को सजीव करने वाले कलाकारों की बड़ी टीम में आलोक नाथ, अनीता कँवर, कंवलजीत, दिलीप ताहिल, मजहर खान, विनोद नागपाल, राजेश पुरी, अभिनव चतुर्वेदी, एसएम जहीर, कामिया मल्होत्रा, मेहर मित्तल, मंगल ढिल्लन, सोनी राजदान, नीना गुप्ता, किरन जुनेजा, आशा सचदेव, कृतिका देसाई, केतकी दवे आदि अनेक अभिनेता और अभिनेत्रियाँ शामिल थे, जिन्होंने आगे चलकर प्रसिद्धि और लोकप्रियता के कीर्तिमान स्थापित किये।

फिल्म सिटी में इसका सेट बहुत ही प्रभावशाली था। यही नहीं इस धारावाहिक के साथ अपने-अपने क्षेत्र के तमाम प्रसिद्ध लोग जुड़े थे। केके महाजन, जो भुवन शोम, उसकी रोटी और रजनीगंधा जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं इस धारावाहिक के सिनेमेटोग्राफर थे, सिप्पी फिल्म्स के अनुभवी एडिटर एमएस शिंदे, हॉलीवुड से ट्रेनिंग लेने वाले भारत के पहले मेकअप मैन सरोश मोदी, मशहूर कास्ट्यूम डिज़ाइनर ज़ेरज़ेस देसाई, गायक अनूप जलोटा और युवा संगीतकार उदय मजूमदार इसकी टीम का हिस्सा बने। फिल्म निर्माता, निर्देशक और गीतकार अमित खन्ना बुनियाद के एग्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर थे, जबकि उपन्यासकार कृष्णा सोबती और पुष्पेश पंत इस परियोजना में परामर्शदाता के रूप में जुड़े थे। मानवीय संवेदनाओं को इतिहास के साथ जोड़कर प्रस्तुत करने वाला यह अनोखा धारावाहिक था जिसे भारत और पाकिस्तान दोनो देशों में अद्भुत लोकप्रियता प्राप्त हुई।

१ फरवरी २०२

(अगले अंक में एक और धारावाहिक के विषय में)  पृष्ठ- . .

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