बाएँ से दाएँ |
१. |
जिनको (२) |
२. |
विश्वास, सच्चाई (३) |
५. |
लालच (२)
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६. |
जन्म के
समय का (४)
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८. |
अच्छी
तरह रखवाली (३) |
१०. |
प्रचलन,-किसी-काम-का
चलते रहना (२) |
११. |
निशाना,
ध्येय (२) |
१२. |
बदनामी, अपकीर्ति (४) |
१४. |
मलय (३) |
१६. |
करना,
व्याकरण में एक कारक (३) |
१८. |
जंगली
फूलों की माला (४) |
२१. |
चाचा, पिता के भाई
(२) |
२३. |
उचित, ठीक
(२) |
२४ |
चाबियों का गुच्छा, कान का एक गहना (३) |
२६. |
व्यावहारिक, व्यवहार कुशल (४) |
२७. |
छोटा ढोल, डुगडुगी (२) |
२८. |
पशुओं की नाक का छेद
(३) |
२९. |
बाधा, रोक, कुदृष्टि
(२) |
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ऊपर से नीचे |
१. |
उत्सुक (३)
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२. |
चाह, पाने की कामना (२) |
३. |
नगर संम्बंधी (४) |
४. |
पराली, अनाज-के-पौधों-के-सूखे-डंठल (३)
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५. |
लीख,
जूँ का अंडा (२) |
७. |
रक्षा के योग्य (४) |
९. |
कच्ची भोजन सामग्री (३) |
१०. |
जपने की क्रिया (२)
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१३. |
संदेश, शालिवाहन
संवत (२) |
१४. |
गद्य एवं पद्य में
लिखा गया नाटक (४) |
१५. |
नया (२) |
१७. |
लाल रंगा हुआ, खूनी (२) |
१९. |
जंगली
गुलाब, नीले रंग के फूल (४) |
२०. |
प्रेमी,
एक प्रेमकथा का नायक (२) |
२२. |
बाँस-की-तराजू-जिसे-कंधे-पर-रखते-हैं,-बहँगी (३) |
२४. |
गरीब की
झोंपड़ी (२) |
२५. |
देसी
महीना जिसमें दिवाली मनाते हैं (३) |
२७. |
मुक्का, घूँसा (२) |
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साहित्य सहयोग-
गोपालकृष्ण भट्ट आकुल तकनीकी सहयोग-
रश्मि आशीष |
अभिव्यक्ति वर्ग पहेली-
३७८ का हल अगले अंक में १ नवंबर २०२४ को देखें। |
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वर्ग पहेली-
३६१,
३६२,
३६३,
३६४,
३६५,
३६६,
३६७,
३६८,
३६९,
३७०,
३७१,
३७२,
३७३,
३७४,
३७५,
३७६,
३७७,
३७८ |
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अभिव्यक्ति वर्ग पहेली- ३७७
का सही उत्तर

१ अक्टूबर २०२४ |
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