शुषा लिपि
सहायता

अनुभूति

 24. 8. 2003

अभिनंदनपत्रआज सिरहानेआभारउपहारकहानियांकला दीर्घाकविताएंगौरवगाथाघर–परिवार
दो पल
परिक्रमापर्व–परिचयप्रकृतिपर्यटनप्रेरक प्रसंगफुलवारीरसोईलेखकलेखकों सेविज्ञान वार्ता
विशेषांकशिक्षा–सूत्रसाहित्य संगमसंस्मरणसाहित्य समाचारसाहित्यिक निबंधस्वास्थ्यसंदर्भसंपर्कहास्य व्यंग्य

 

पिछले सप्ताह

स्वतंत्रता दिवस विशेषांक

कहानियों में
यू के से शैल अग्रवाल की कहानी
अनन्य

'शहीद, फ्लाइट लेफ्टिनेन्ट, आदित्य राय को भारत सरकार मरणोपरान्त परमवीर चक्र प्रदान करती है। 
'शुभी को कल जैसी याद है जब भारत–सरकार का वह पत्र आया था।  आगे उसमें लिखा था कि उनकी इच्छानुसार उनका व्यक्तिगत सामान शुभांगी मित्रा को सौंपा जाता है।  और साथ के पैकेट में आदित्य की वरदी के साथ एक चाभी का गुच्छा, थोड़ी सी चेंज, एक कंघा, एक रूमाल और यही मेजरिंग टेप था।  शुभी को अच्छी तरह से याद है वह इक्कीस सितम्बर की शाम।

°

प्रौद्योगिकी में
विजय कुमार मल्होत्रा का आलेख
हिन्दी सीखते कंप्यूटर

°

संस्मरण में
डा नरेश की कलम से
फिर यह पाकिस्तान क्यों

°

हास्य व्यंग्य में
महेशचंद्र द्विवेदी का आलेख

नौ और ग्यारह

°

अभिव्यक्ति तीन साल की

तीन साल पहले अभिव्यक्ति 
इस दुनिया में आयी।
1
साथ साथ 
अनुभूति को भी लायी।
अपार हर्ष है कि आज
दोनों अभि अनु साथ साथ किल्लोल कर रही है।
1
वतन से दूर हो या
माटी की गंध से रचे हो
.
अभिव्यक्ति विश्वव्यापी है।

गौरव गाथा हो या
नयी हवां का झोंका
.
अभिव्यक्ति को सब से प्यार है।

साहित्य का संगम कराती हुई.
ओ अभिव्यक्ति.
लंबी उम्र हो तेरी ।।।
(अभि–अनु गाथा चित्रों में)

 

इस सप्ताह

कहानियों में
संयुक्त अरब इमारात से
अशोक कुमार श्रीवास्तव की कहानी

मृगतृष्णा

मेरी छुट्टियां समाप्त होने को थी अतः मैं दिल्ली आ गया। दो–चार दिन वहां रूककर मैं वापस अबूधाबी आ गया। इस बीच अखिलेश से न तो मेरी मुलाकात हुई और न ही फोन पर कुछ बात हो पाई। यहां आकर डिसूजा से पता चला कि अखिलेश के लिए पी•टी•ए• भेजा जा चुका है जिसकी सूचना अखिलेश को तार द्वारा दे दी गई है। डिसूजा ने मुझसे कहा कि अगर अखिलेश फोन पर बात हो सके तो उससे जल्दी आने के लिए कहें क्योंकि नया सत्र शुरू हो गया है।

°
परिक्रमा में
लंदन पाती के अंतर्गत
शैल अग्रवाल का आलेख

बूमरैंग

°

ёसप्ताह का विचार!
च्चे साहित्य का निर्माण एकांत चिंतन और एकांत साधना में होता है
°—अनंत गोपाल शेवड़े°

°

पर्यटन में
विनोद भारद्वाज द्वारा लूव्र
संग्रहालय
के विशेष आकर्षणों का विवरण
महिमा मोना लीसा 
और लूव्र संग्रहालय की

°

घर परिवार में
दीपिका जोशी के अनूठे अनुभव
साथ खाना

°

विज्ञान वार्ता में
डा गुरूदयाल प्रदीप प्रस्तुत कर रहे हैं
विज्ञान समाचार

°


अभिव्यक्ति की
तीसरी वर्षगांठ पर
आने वाले साल के लिये आयोजित
विशेष स्तंभों का विवरण
संपादक की कलम से

 

अनुभूति में

देश विदेश से
नये पुराने कवियों की
दस नयी
कविताएं

साहित्य समाचार

° पिछले अंकों से°

  कहानियों में
अज़ेलिया के फूलसुषम बेदी
अभिसारिकामधु संधु
बिल्लियां बतियाती हैं–एस आर हरनोट
लावारिस–विद्याभूषण धर
चीफ़ की दावतभीष्म साहनी
ए बी सी डीरवीन्द्र कालिया

°

पर्व परिचय में
12अगस्त रक्षाबंधन के अवसर पर 
एन शाह का आलेख 
बंधन धागों का

°

स्वास्थ्य संदर्भ में
दीपिका जोशी की भोजन पड़ताल
पिज़ा की पौष्टिकता

°

सामयिकी में
तुलसी जयंती के अवसर पर
तुलसीदास के व्यक्तित्व और कृतित्व से
एक परिचय
हुलसी के तुलसी

°

साक्षात्कार में
उर्मिला शिरीष की बातचीत
चित्रा मुद्गल के साथ

°

कलादीर्घा में
कला और कलाकार के अंतर्गत 
जतीन दास का परिचय
उनके चित्रों के साथ

°

फुलवारी में 
सितारों की दुनिया स्तंभ के
अंतर्गत इला प्रवीन से जानकारी
वृहस्पति ग्रह
और कहानियों में
अंजलि राजगुरू की मजे़दार कहानी
बंटी की आइस्क्रीम

°

परिक्रमा में
दिल्ली दरबार के अंतर्गत 
बृजेश कुमार शुक्ला का आलेख 
हरियाला ताज परिसर

!नये अंकों की सूचना के लिये!
अपना ई मेल यहां लिख भेजें।


 

आपकी प्रतिक्रिया    लिखें / पढ़ें 

अभिनंदनपत्रआज सिरहानेआभारउपहारकहानियांकला दीर्घाकविताएंगौरवगाथाघर–परिवार
दो पल
परिक्रमापर्व–परिचयप्रकृतिपर्यटनप्रेरक प्रसंगफुलवारीरसोईलेखकलेखकों सेविज्ञान वार्ता
विशेषांकशिक्षा–सूत्रसाहित्य संगमसंस्मरणसाहित्य समाचारसाहित्यिक निबंधस्वास्थ्यसंदर्भसंपर्क हास्य व्यंग्य 

© सर्वाधिकार सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरूचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
यह पत्रिका प्रत्येक माह की 1 – 9 – 16 तथा 24 तारीख को परिवर्धित होती है।

प्रकाशन : प्रवीन सक्सेना   परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन, कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन     
     सहयोग : दीपिका जोशी
तकनीकी सहयोग :प्रबुद्ध कालिया
  साहित्य संयोजन :बृजेश कुमार शुक्ला