शुषा लिपि
सहायता

अनुभूति

24. 5. 2003

आज सिरहानेआभारउपहारकहानियांकला दीर्घाकविताएंगौरवगाथाघर–परिवार
दो पल
परिक्रमापर्व–परिचयप्रकृतिपर्यटनप्रेरक प्रसंगफुलवारीरसोईलेखकलेखकों सेविज्ञान वार्ता
विशेषांक
शिक्षा–सूत्रसाहित्य संगमसंस्मरणसाहित्यिक निबंधस्वास्थ्यसंदर्भसंपर्क
हास्य व्यंग्य

कथा महोत्सव
2003

भारतवासी हिन्दी लेखकों की कहानियों
के संकलन 
माटी की गंध 
में प्रस्तुत है
दिल्ली से संतोष गोयल की कहानी

ज़िन्दग़ी एक फोटो फ्रेम

हम लोग तमाम ज़िन्दगी शहर के
फ्लैटनुमा घरों में बिता कर आये थे।
वो तो रिटायर होने के बाद ही यह
निश्चय किया था कि गांव की हवेली में
चले जायें। अपना अन्तिम समय तो
खुले आसमान तले, ताज़ा हवा में सांस
लेते हुए बिता दें। गांव की पुरानी
गिरती व झरती दीवारों वाली हवेली में
बहुत कुछ ऐसा था जो टूट कर खण्डहर
बन गया था, पर बहुत कुछ ऐसा भी था
जिसे सुधार कर रहने लायक बनाया जा
सकता था अतः बना लिया गया था।
°°°
मुंबई से सूरज प्रकाश की कहानी
बाबू भाई पंड्या

ये अस्पताल एक तरह से बहुत बड़ा स्कूल है। जीवन का स्कूल। यहां आपको हजार तरह के अदमी मिलेंगे। अच्छे भी, बुरे भी। यहां जीवन को आप बहुत नजदीक से देखेंगे।
°°°
महोत्सव की अन्य
कहानियां

(अगली कहानी :जयनंदन की निवेश)
°

 

इस सप्ताह

परिक्रमा में
लंदन पाती के अंतर्गत शैल अग्रवाल का चिर परिचित अंदाज़
नए घरों में—वही पुराना सामान
°

विज्ञान वार्ता में
डा गुरूदयाल प्रदीप का आलेख
आतंक के चरम संसाधन:
जैविक एवं रासायनिक हथियार
°

अनुभूति में

आस्ट्रेलिया, जर्मनी और
भारत से
अठारह
नयी कविताएं

साहित्य समाचार में
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा
हिंदी विदेश प्रसार सम्मान

°
पर्यटन में
पर्यटक की कलम से 
आस्ट्रेलिया का विस्तृत विवरण
आरामगाह आस्ट्रेलिया

°

धारावाहिक में
कृष्ण बिहारी की आत्मकथा 
इस पार से उस पार से का अगला भाग
हिन्दुस्तान छूटने से पहले की रात
°

!नये अंकों की सूचना के लिये!
अपना ई मेल यहां लिख भेजें।


°

सप्ताह का विचार
रूणा में शीतल अग्नि होती है जो क्रूर से क्रूर व्यक्ति का हृदय भी
आर्द्र कर देती है।
सुदर्शन

 

° पिछले अंकों से°

पर्व परिचय में राम चंद्र सरोज का आलेख संबोधि का पर्व :बुद्धपूर्णिमा
°

हास्य–व्यंग्य में नीरज शुक्ला का
व्यंग्य
कबिरा खड़ा गोष्ठी में
°

आज सिरहाने में डा नवाज़ देवबंदी का ग़ज़ल संग्रह पहली बारिश
°

उपहार में मातृ दिवस के अवसर पर
भावभीना संदेश पृष्ठ
नमन में मन!
°

साहित्य समाचार में 
डा हरीश नवल को काका हाथरसी पुरस्कार तथा यार्क विश्वविद्यालय में
हिन्दी कथा गोष्ठी
°

रसोईघर में शाकाहारी मुगलई का
मस्त ज़ायका
नान नज़ाक़त
°

संस्मरण में अनिल बिस्वास के
संस्मरण
आज का संगीत
°

महानगर की कहानियों में बसंत आर्य
की लघुकथा
एक दर्द अपना सा
°

कलादीर्घा में कला और कलाकार के
अंतर्गत
अब्दुल रहीम अप्पाभाई आलमेलकर कलाकृतियों के साथ
°

फुलवारी में लावण्या शाह का नाटक
एक पल : सर्वनाश से पहले और पूर्णिमा वर्मन की कविता तितली

°

!परिक्रमा में!

नार्वे निवेदन के अंतर्गत ओस्लो से
सुरेश चंद्र शुक्ला 'शरद आलोक' का आलेख
वसंत आगमन से पहले
1
दिल्ली दरबार के अंतर्गत 
बृजेश कुमार शुक्ला का आलेख

1संबंधों में सुधार के आसार
1
कनाडा कमान के अंतर्गत सुमन कुमार
घेई का आलेख
टोरोंटो विश्वविद्यालय में हिन्दी भाषा एवं साहित्यिक समारोह

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"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरूचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार 
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प्रकाशन : प्रवीन सक्सेना   परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन, कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन  
      सहयोग : दीपिका जोशी
तकनीकी सहयोग :प्रबुद्ध कालिया
 साहित्य संयोजन :बृजेश कुमार शुक्ला