शुषा लिपि
सहायता

अनुभूति

 1. 6. 2003

आज सिरहानेआभारउपहारकहानियांकला दीर्घाकविताएंगौरवगाथाघर–परिवार
दो पल
परिक्रमापर्व–परिचयप्रकृतिपर्यटनप्रेरक प्रसंगफुलवारीरसोईलेखकलेखकों सेविज्ञान वार्ता
विशेषांक
शिक्षा–सूत्रसाहित्य संगमसंस्मरणसाहित्यिक निबंधस्वास्थ्यसंदर्भसंपर्क
हास्य व्यंग्य

कथा महोत्सव
2003

भारतवासी हिन्दी लेखकों की कहानियों
के संकलन 
माटी की गंध 
में प्रस्तुत है
जमशेदपुर से जयनंदन की कहानी
निवेश

सौ दुकानों वाले इस मार्केट में पक्की छत और दीवारों के बीच चलने वाली चाट की यह अकेली दुकान थी, जहां ग्राहक बजाब्ता अपने परिवार सहित कुर्सी–टेबल पर ठाठ से बैठकर चाट खा सकते थे। इस दुकान के अलावा अगर कहीं चाट की उपलब्धता थी तो विभिन्न नुक्कड़ों–चौराहों पर सड़क के किनारे ठेलों पर थी, जहां हाथ में प्लेट लेकर खड़े–खड़े खाना होता था। इस हिसाब से फुल्लू की दुकान चाट की एक्सक्लूसिव दुकान थी।
°°°
दिल्ली से संतोष गोयल की कहानी

ज़िन्दग़ी एक फोटो फ्रेम

हम लोग तमाम ज़िन्दगी शहर के
फ्लैटनुमा घरों में बिता कर आये थे। वो तो रिटायर होने के बाद ही यह निश्चय किया था कि गांव की हवेली में चले जायें। अपना अन्तिम समय तो खुले आसमान तले, ताज़ा हवा में सांस लेते हुए बिता दें।
°°°
महोत्सव की अन्य
कहानियां

(अगली कहानी
अमरीक सिंह दीप की हरम)

 

इस सप्ताह

निबंध में
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन के अवसर पर प्रवासी विद्वान 
प्रो हरिशंकर आदेश का लेख
प्रवासी भारतीय और हिन्दी

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कलादीर्घा में
कला और कलाकार के अंतर्गत 
सतीश गुजराल
का परिचय उनकी कलाकृतियों के साथ

°

अनुभूति में

संजय ग्रोवर, 
जय नारायण,
शैलेश 
और 
डा रीता हजेला 'आराधना' की 21 नयी कविताएं

साहित्य समाचार

°

साक्षात्कार में
प्रसिद्ध नृत्यांगना 
संयुक्ता पाणिग्रही 
की बातचीत पंकज शुक्ल के साथ
और
सहज सरल
अन्ना मरिया थामस
जो अचानक खबर बन गयी

°

फुलवारी में
दिविक रमेश की कविता
 हाथी बोला
और इला प्रवीन से जानकारी
शुक्र ग्रह
°

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अपना ई मेल यहां लिख भेजें।


°

सप्ताह का विचार
ताश न होना ही सफलता का मूल
है और यही परम सुख है।
—वाल्मीकि

 

° पिछले अंकों से°

पर्यटन में पर्यटक की कलम से आस्ट्रेलिया का विस्तृत विवरण आरामगाह आस्ट्रेलिया
°

विज्ञान वार्ता में डा गुरूदयाल प्रदीप का आलेख आतंक के चरम संसाधन: जैविक एवं रासायनिक हथियार
°

कृष्ण बिहारी की आत्मकथा 'इस पार से उस पार से' का अगला भाग
हिन्दुस्तान छूटने से पहले की रात
°

पर्व परिचय में राम चंद्र सरोज का आलेख संबोधि का पर्व :बुद्धपूर्णिमा
°

हास्य–व्यंग्य में नीरज शुक्ला का
व्यंग्य
कबिरा खड़ा गोष्ठी में
°

आज सिरहाने में डा नवाज़ देवबंदी का ग़ज़ल संग्रह पहली बारिश
°

उपहार में मातृ दिवस के अवसर पर
भावभीना संदेश पृष्ठ
नमन में मन!
°

साहित्य समाचार में 
डा हरीश नवल को काका हाथरसी पुरस्कार तथा यार्क विश्वविद्यालय में
कथा गोष्ठी
°

रसोईघर में शाकाहारी मुगलई का
मस्त ज़ायका
नान नज़ाक़त
°

संस्मरण में अनिल बिस्वास के
संस्मरण
आज का संगीत
°

परिक्रमा में

लंदन पाती के अंतर्गत शैल अग्रवाल का चिर परिचित अंदाज़ नए घरों में—वही पुराना सामान
11
नार्वे निवेदन के अंतर्गत ओस्लो से
सुरेश चंद्र शुक्ला 'शरद आलोक' का आलेख
वसंत आगमन से पहले
1
दिल्ली दरबार के अंतर्गत 
बृजेश कुमार शुक्ला का आलेख

1संबंधों में सुधार के आसार
1
कनाडा कमान के अंतर्गत सुमन कुमार
घेई का आलेख
टोरोंटो विश्वविद्यालय में हिन्दी भाषा एवं साहित्यिक समारोह

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"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरूचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार 
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भी अंश के पुर्नप्रकाशन की अनुमति
नहीं है। यह पत्रिका प्रति सप्ताह परिवर्धित होती है।

प्रकाशन : प्रवीन सक्सेना   परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
 संपादन, कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन  
      सहयोग : दीपिका जोशी
 तकनीकी सहयोग :प्रबुद्ध कालिया
 साहित्य संयोजन :बृजेश कुमार शुक्ला