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 १ दिसंबर २००१

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पर्व परिचय शिक्षास्रोतआभार लेखकसंपर्क 

गौरवगाथा में
भारत से रवीन्द्र कालिया की कहानी
चाल

इस मैदान की एक अपनी दुनिया थी।
सोम से शुऋतक इसका माहौल अत्यन्त डरावना रहता। रात को कहीं किसी पेड के नीचे मोमबत्ती या दिया टिमटिमाता और उस अंधेरी रोशनी में देर तक ताश और मटका चलता। भिखारियों, जुआरियों, लूलों, लंगडों का यह प्रिय विश्रामस्थल था। ड्रेंगो इस मैदान के 'दादा' का नाम था। वह गले में रूमाल बांधे अक्सर इस मैदान के आसऋपास नजर आता। बिना डें्रगों को दक्षिणा दिये इस मैदान में प्रवेश पाना असम्भव था मगर शुऋकी रात से ड्रेगो की सल्तनत टूट जाती। 

फुलवारी में
बड़े दिन के अवसर पर 
नन्हें पाठकों के लिये नीलिमा सिंह की कहानी 
बेंजी का बड़ा दिन
और
सर्दियों की गुनगुनी कविता
सर्दी में

 साहित्य समाचार

पर्व परिचय में 
हमेशा की तरह दिसम्बर माह में मनाए जाने वाले त्योहारों की मेलों और उत्सवों की जानकारी
दिसम्बर माह के पर्व

घर परिवार में 
रूमाल के बारे में रोचक लेख 
रूमाल का इस्तेमाल

अनुभूति
में गौरवग्रंथ के अंतर्गत धर्मवीर भारती की कृति अंधायुग

कला दीर्घा में
भारत की लोक कलाओं के अंतर्गत उदयपुर और नाथद्वारा की लोक कला
पिछवई के विषय में

संस्मरण में 
हिन्दी के लोकप्रिय और विद्वान कवि पंडित नेरन्द्र शर्मा के विषय में लता मंगेशकर की कलम से लिखा गया हृदयस्पर्शी संस्मरण  पापा

प्रेरक प्रसंग में 
लीबिया के शासक की अनुशासन प्रियता पर आधारित एक रोचक प्रेरक प्रसंग
नागरिक का कर्तव्य
परिक्रमा में 
जैविक हथियारों के प्रकार  उनकी उपलब्धता और उनके प्रयोग संबंधी तथ्यों की जानकारी 
जैविक हथियार कितने ज़ालिम के अंतर्गत
 
उपहार में
बड़े दिन के अवसर पर गिरती हुयी बर्फ के साथ नववर्ष की शुभकामनाएं 

 

नए साल की शुभ संध्या

पिछले अंक से-

कहानियों मे
ऋंति त्रिवेदी की कहानी
फूलों को क्या हो गया

 

साहित्य संगम में
बंसी खूबचंद की सिंधी कहानी प्रतिफल

 

साहित्य चर्चा में वीरेन्द्र सेंगर
का नामवर सिंह के साथ
बहुचर्चित साक्षात्कार
 

दिवाली पर विशेष आलेख
राम का अयन वन विजयपर्व
और
दीपज्योति नमस्तुते
 

हास्य व्यंग्य में
उमा शंकर चतुर्वेदी की कलम से 
दीपक की व्यथा कथा
 कलादीर्घा में
कर्नाटक की लोक कला 
चित्तर
 

पर्यटन में
डा प्रेम जन्मेजय की कलम से त्रिनिडाड की जगमगाती दीवाली और अकेलेपन से लड़ता मैं
 

स्वाद और स्वास्थ्य में
अमरूदों के स्वास्थ्य संबंधी गुणों की जानकारी
अमृतफल अमरूद
 

 रसोईघर में
अमरूदों के तीन विशेष व्यंजन
  अमरूद की चटनी  अमृत मलाई और तिरंगा अमृत पेय

प्रकाशन : प्रवीन सक्सेना   परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन  कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन    सहयोग : दीपिका जोशी
तकनीकी सहयोग   प्रबुद्ध कालिया

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