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१ सितंबर २००२

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लेखकों से 

कथा महोत्सव
२००२
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प्रवासी भारतीय लेखकों की कहानियों के संकलन वतन से दूर में नार्वे से डा सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक' की कहानी- मंजिल के करीब

अपने देश की मिट्टी में जो सौंधापन है, जो खुशबू है, वह यहाँ नहीं है। यहाँ आसमान भी मानो हमें निगलना चाहता है। तभी मुझे उस बूढ़े नार्विजन की याद आई। उसका नाम थोम था। एक तो थोम गोरा–चिट्टा फिर यह उस का देश। फिर भी वह परेशान क्यों रहता है? 

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यू ए ई से कृष्ण बिहारी की कहानी
जड़ों से कटने पर

आठ साल इस तरह निकल गए कि कुछ पता ही नहीं चला। लेकिन ये छह– सात घंटे जिस तरह बता– बताकर गुजर रहे थे उनसे अजीब–सी उलझन होने लगी थी। बार–बार एक बेतुका ख्याल भरता कि हिन्दुस्तान में यदि कत्ल भी कर दिया होता तो इतनी मानसिक यातना से गुजरना नहीं पड़ता।

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जड़ों से कटने पर
यू ए ई से कृष्ण बिहारी
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वापसी
यू के से शैल अग्रवाल
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उपलब्धियाँ
यू  एस ए से सुरेन्द्रनाथ तिवारी
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अनजाना सफर
कनाडा से अश्विन गांधी
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अगले अंक में
यू के उषा वर्मा की कहानी रौनी

इस सप्ताह

गौरव गाथा में
प्रख्यात कथाकार
डा सूर्यबाला की कहानी आखिरवीं विदा

पिता हो गए पति ने मौन तोड़ा,
"मेरा खयाल है कि अब हमें एकदम निकल लेना चाहिए। अरे थोड़ा–बहुत उसके आने पर भी कर लोगी तो क्या...  कोई मेहमान है... अपना बेटा ही तो है।"
"हाँ उनका बहुत अच्छा बेटा।"
सोचकर ही भीगी किशमिशें जैसे और मीठी हो आई। निकालकर छुहारे की चटनी में मिलाई और उठ लीं।
हाँ यह एयरपोर्ट गवाह है। इसमें समाये समय के प्रवाह को उलीचकर देखें तो सब कुछ बह जाने के बाद भी उन जैसी माँओं की आँखों की कुछ डबडबी  बूँदें थमी रह जायेंगी, अपने–अपने समंदरों के सच की बानगी के रूप में।
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परिक्रमा में
कनाडा कमान के अंतर्गत
सुमन कुमार घेई का आलेख
कैनेडा पर छाया इंद्रधनुष

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कला दीर्घा में
कला और कलाकार के अंतर्गत
राजा रवि वर्मा 

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फुलवारी में
सितारों की दुनियाँ के अंतर्गत इला प्रवीन का आलेख सूरज और
कविता- इतना सब कुछ


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रत्न रहस्य
के अंतर्गत
रत्नों द्वारा दमा की चिकित्सा के विषय में जानकारी दे रहे हैं श्री वी के जैन

अनुभूति में 

सुषम बेदी, सीतेशचंद्र श्रीवास्तव, नीलम जैन और सुनील जोगी की नयी कविताएँ

साहित्य समाचार
नार्वे ओर भारत से नये समाचार

पिछले अंक से-

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संस्मरण में अभिज्ञात की जिन्दग़ी के भावभीने दस्तावेज. 'तेरे बगैर '
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परिक्रमा में 
लंदन पाती के अंतर्गत
यू के से जानकारी और संवेदनाएँ शैल अग्रवाल की कलम से
धूप छाँव में
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पर्व परिचय में
रक्षाबंधन के विषय में विशेष जानकारी बंधन धागों का एन शाह के शब्दों में
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उपहार में
बारिश के मौसम की हल्की हल्की  फुहारें- बूँदों में
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सामयिकी में एक संक्षिप्त परिचय
भारतीय गणतंत्र के
दस राष्ट्रपति
और राजेश्वर प्रसाद नारायण का लेख
वंदेमातरम की कहानी
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प्रेरक प्रसंग में
जया मुखर्जी का रोचक आलेख
विदेशी तिरंगा
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रसोईघर में
तिरंगी बर्फी और तिरंगा सैंडविच

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परिक्रमा में
दिल्ली दरबार के अंतर्गत बृजेशकुमार शुक्ल का लेख
राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण
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साक्षात्कार में
पाकिस्तान दूरदर्शन के
साथ सुषमा स्वराज के बहुचर्चित
साक्षात्कार का सम्पूर्ण आलेख

प्रकाशन : प्रवीन सक्सेना   परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन, कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन, सहयोग : दीपिका जोशी
तकनीकी सहयोग :प्रबुद्ध कालिया
  साहित्य संयोजन :बृजेश कुमार शुक्ला

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